बरस बरस कर नैना बरसे,
झूले रहे सावन के खाली ,
ह्रदय जला दीप जलाये,
प्रतीक्षा में रूठी दीवाली !
पि बिन रंग फीका फीका
अब के बरस बस होली हो ली !!
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