Thursday, April 22, 2010

Yaadein

अक्सर यूँही , अच्छा लगता है
पुरानी यादो मे खो जाना,
बीते हुए कुछ पन्ने पलटना..
कुछ मीठी बातो पर मुस्कुराना
खुशी के कुछ जुगनु टटोलना..

काश ऐसा हो पाता कभी ....
आँख ही न खुले
यह जानता हूँ , "मीत" मैं ,

पल्को ने कैद कर रखे है कुछ सागर
खुली जो ये, तो मोती झिलमिलायेंगे !!!

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